बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान 'सत्यमेव जयते' के अगले सीजन की तैयारी में जुटे हुए हैं. इस शो का पहला एपिसोड दशरथ मांझी को समर्पित है. दशरथ मांझी बिहार में 'माउंटेन मैन' के तौर पर मशहूर हैं. आमिर पहले एपिसोड की शूटिंग के लिए 22 फरवरी को बिहार में गया जिले के गहलौर गांव जाएंगे.
आमिर गहलौर गांव जाकर यह देखेंगे कि दशरथ मांझी ने किस तरह 22 सालों में पहाड़ का सीना चीर रास्ता बनाया था. आमिर दशरथ मांझी के परिवार वालों और गांव वालों से मुलाकात करेंगे. दशरथ मांझी ने 1960 से 1982 के दौरान सिर्फ छेनी, हथौड़ा और फावड़े की मदद से यह काम किया था. इससे गया के अतरी और वजीरगंज ब्लॉक की दूरी करीब 40 किलोमीटर कम हो गई थी.
गौरतलब है कि गांव में खराब मेडिकल सेवा के चलते दशरथ मांझी की पत्नी की मौत हो गई, जिसके बाद उन्होंने इस पहाड़ को काटकर गांव को शहर से जोड़ने का फैसला किया था. 22 सालों के अथक प्रयास से दशरथ मांझी ने अपने दम पर इसे पूरा कर दिया था. मांझी की 2007 में कैंसर की वजह से मौत हो गई थी.
इस प्रेरणादायी कहानी का जिक्र शो के पहले सीजन के दौरान आमिर के सामने हुआ था. उसी समय आमिर दशरथ मांझी के काम से खासे प्रभावित हुए थे. उन्होंने तय किया कि दूसरे सीजन के सफर की शुरुआत दशरथ मांझी के गांव से की जाएगी. गौरतलब है कि 'सत्यमेव जयते' के पहले सीजन में आमिर खान द्वारा उठाए गए मुद्दों ने देश की सामाजिक-राजनीतिक जगत को झकझोर कर रख दिया था.
इस बारे में आमिर खान कहते हैं, 'मेरा मानना है कि दशरथ मांझी की कहानी हमें काफी प्रेरणा देती है. उनका जीवन यह कहता है कि कैसे एक आदमी बिना किसी सहारे के बड़ी-से-बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है. दशरथ मांझी की उपलब्धि खुद के लिए नहीं समाज के लिए थी.
आमिर गहलौर गांव जाकर यह देखेंगे कि दशरथ मांझी ने किस तरह 22 सालों में पहाड़ का सीना चीर रास्ता बनाया था. आमिर दशरथ मांझी के परिवार वालों और गांव वालों से मुलाकात करेंगे. दशरथ मांझी ने 1960 से 1982 के दौरान सिर्फ छेनी, हथौड़ा और फावड़े की मदद से यह काम किया था. इससे गया के अतरी और वजीरगंज ब्लॉक की दूरी करीब 40 किलोमीटर कम हो गई थी.
गौरतलब है कि गांव में खराब मेडिकल सेवा के चलते दशरथ मांझी की पत्नी की मौत हो गई, जिसके बाद उन्होंने इस पहाड़ को काटकर गांव को शहर से जोड़ने का फैसला किया था. 22 सालों के अथक प्रयास से दशरथ मांझी ने अपने दम पर इसे पूरा कर दिया था. मांझी की 2007 में कैंसर की वजह से मौत हो गई थी.
इस प्रेरणादायी कहानी का जिक्र शो के पहले सीजन के दौरान आमिर के सामने हुआ था. उसी समय आमिर दशरथ मांझी के काम से खासे प्रभावित हुए थे. उन्होंने तय किया कि दूसरे सीजन के सफर की शुरुआत दशरथ मांझी के गांव से की जाएगी. गौरतलब है कि 'सत्यमेव जयते' के पहले सीजन में आमिर खान द्वारा उठाए गए मुद्दों ने देश की सामाजिक-राजनीतिक जगत को झकझोर कर रख दिया था.
इस बारे में आमिर खान कहते हैं, 'मेरा मानना है कि दशरथ मांझी की कहानी हमें काफी प्रेरणा देती है. उनका जीवन यह कहता है कि कैसे एक आदमी बिना किसी सहारे के बड़ी-से-बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है. दशरथ मांझी की उपलब्धि खुद के लिए नहीं समाज के लिए थी.
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